वास्तविक खुशी और मन की शांति
विवरण: कैसे इस्लाम सच्चे सुख और शांति को दिल से परिभाषित करता है।
- द्वारा islam-guide.com
- पर प्रकाशित 04 Nov 2021
- अंतिम बार संशोधित 04 Nov 2021
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इस दुनिया के निर्माता और पालनकर्ता की आज्ञाओं के प्रति समर्पण से ही वास्तविक ख़ुशी और शांति मिल सकती है। ईश्वर क़ुरआन में कहता है:
"वास्तव में, ईश्वर को याद करने से दिलों को आराम मिलता है।" (क़ुरआन 13:28)
दूसरी ओर जो क़ुरआन से मुंह मोड़ता है, उसका जीवन इस दुनिया में कठिन हो जाता है। ईश्वर कहता है:
"लेकिन जो कोई क़ुरआन से मुंह मोड़ेगा,[1] उसका जीवन कठिन होगा, और हम उसे क़यामत के दिन अन्धा कर देंगे।" (क़ुरआन 20:124)
इस से यह समझा जा सकता है कि क्यों कुछ लोग आत्महत्या करते हैं जबकि वो पैसो से खरीदी हुई सभी भौतिक चीज़ों का आनंद ले रहे होते हैं। उदाहरण के लिए, कैट स्टीवंस (जो अब यूसुफ इस्लाम है) को देखें, जो पहले एक प्रसिद्ध पॉप गायक थे, वह कभी-कभी एक रात में 150,000 डॉलर से अधिक कमा लेते थे। इस्लाम अपनाने के बाद, उन्हें सच्ची खुशी और शांति मिली जो उन्हें भौतिक सफलता में नहीं मिली थी।[2]
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