एक संक्षिप्त लेख जो बताता है कि सुन्नत क्या है, और इस्लामी कानून में इसकी भूमिका क्या है। भाग दो: कैसे सुन्नत क़ुरआन से अलग है, और इस्लामी कानून में सुन्नत की स्थिति।
मुख्य वक्ता: The Editorial Team of Dr. Abdurrahman al-Muala (translated by islamtoday.com)
ईसाई उन्हें ईसा की माता मैरी के नाम से जानते हैं। मुसलमान भी उन्हें ईसा की मां या अरबी में उम्म ईसा के रूप में संदर्भित करते हैं। इस्लाम में मैरी को अक्सर मरियम बिन्त इमरान कहा जाता है; इमरान की बेटी मरियम। यह लेख ज़करिय्या द्वारा मरयम को गोद लिए जाने के बारे में कुछ पृष्ठभूमि देता है ताकि वह मंदिर में सेवा कर सके।
बहुत से लोग बाइबल के कुछ छंदों का उपयोग इस बात के प्रमाण के रूप में करते हैं कि यीशु ही ईश्वर हैं। हालांकि, यदि इन सभी छंदो को संदर्भ में समझे, तो इसके विपरीत साबित होते हैं!
दो-भाग वाले लेख का पहला भाग जो यीशु की वास्तविक भूमिका पर चर्चा करता है। भाग 1: चर्चा करता है कि क्या यीशु ने स्वयं को ईश्वर कहा? यीशु को प्रभु कहा जाता है, और यीशु के स्वभाव पर चर्चा।
लोगों के लिए मन की शांति क्या है और वे इसे प्राप्त करने का प्रयास कैसे करते हैं, इस पर एक नज़र; उन बाधाओं पर भी एक नज़र जो हमें मन की शांति प्राप्त करने से रोकती हैं।
मुख्य वक्ता: Dr. Bilal Philips (transcribed from an audio lecture by Aboo Uthmaan)
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