इस दुनिया के जीवन और स्वर्ग के बीच मूलभूत अंतरों को परिभाषित करने वाले दो लेख में से पहला। भाग 1: स्वर्ग में वो चीज़ें नहीं है जो इस जीवन में दुख, दर्द और पीड़ा देती हैं।
स्वर्ग और इस दुनिया के जीवन के बीच मूलभूत अंतरों को परिभाषित करने वाले दो लेखों का दूसरा भाग। भाग 2: इस दुनिया के जीवन की तुलना में स्वर्ग के सुख और आनंद की श्रेष्ठता।
लोगों के लिए मन की शांति क्या है और वे इसे प्राप्त करने का प्रयास कैसे करते हैं, इस पर एक नज़र; उन बाधाओं पर भी एक नज़र जो हमें मन की शांति प्राप्त करने से रोकती हैं।
द्वारा Dr. Bilal Philips (transcribed from an audio lecture by Aboo Uthmaan)
पर प्रकाशित 04 Nov 2021
अंतिम बार संशोधित 08 Jan 2024
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इस दूसरे लेख में वास्तविक उदाहरण और कहानियां है जिससे हमें यह पता चलेगा की हर व्यक्ति की जीवन में कुछ ऐसी बाधाएं होती हैं जिस पर उसका नियंत्रण होता है और कुछ ऐसी बाधाएं होती हैं जिस पर उसका नियंत्रण नही होता और जो बाधाएं उसके नियंत्रण से बाहर हो उसे सर्वशक्तिमान ईश्वर की तरफ से तक़दीर मान लेना चाहिए।
द्वारा Dr. Bilal Philips (transcribed from an audio lecture by Aboo Uthmaan)
पर प्रकाशित 04 Nov 2021
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इस अशांत दुनिया में सब्र और इस जीवन को अपना अंतिम उद्देश्य न बनाना हमारे नियंत्रण में आने वाली बाधाओं को हल करने का मुख्य समाधान हैं।
द्वारा Dr. Bilal Philips (transcribed from an audio lecture by Aboo Uthmaan)
पर प्रकाशित 04 Nov 2021
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मन की सच्ची शांति सर्वशक्तिमान ईश्वर के प्रति समर्पण, उनके अनुसार जीवन जीने, उन्हें याद करने और परलोक के जीवन को इस जीवन से अधिक महत्त्व देने से मिलती है।
द्वारा Dr. Bilal Philips (transcribed from an audio lecture by Aboo Uthmaan)
पर प्रकाशित 04 Nov 2021
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मनुष्यों में एक ईश्वर की पूजा करने की प्रवृत्ति।
द्वारा Dr. Bilal Philips
पर प्रकाशित 04 Nov 2021
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ईश्वर की अनुमति के बिना इंसान को कोई भी बीमारी या चोट नहीं लग सकती।
एक व्यक्ति को अपने जीवन में किए गए पापों के संबंध में ईश्वर की दया से निराश होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वास्तव में ईश्वर, सबसे क्षमाशील और दयालु, सभी पापों को क्षमा करने वाला है।
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